हमारा कुंभार समाज इस जगत मे सृजन का अदभुत विकल्प है
*मेरे प्रिय समाज सम्मानित सज्जनों सादर प्रणाम........* हमारा कुंभार समाज इस जगत मे सृजन का अदभुत विकल्प है और ब्रह्म हमारे देवता है जो इस जगत के निर्माता है अब इस विश्लेषण को हमारे कई समाज बन्धु नकार भी सकते है l किंतु हम इस प्रतिक को जब विग्यान के चश्मे से देखेगे तो पायेगे कि ये मानव को समझाने का एक प्रकार है क्युकि मानव के समझने का स्तर भी इस जगत मे भिन्न भिन्न है l सो समझाने व प्रकट करने के माध्यम भिन्न भिन्न होते है या हो सकते है किन्तु यह एक अकाट्य सत्य है कि कुम्भार इस जगत का सर्वोत्तम सृजनकर्ता है l और वर्तमान मे जो समाज कि नकारात्मक स्थिति उत्पन्न हुई है उसके लिये हम स्वय उत्तरदायी है क्युकि समाज कि जो संस्कार कि निव होनी चाहिए वो पुरी तरह से शुन्य हो चुकी है l और हम एक विश्लेषणात्मक परिवर्तन के बिन्दु पर खड़े है l जहाँ से हमारा समाज अब नई दिशा मे आगे बढ़ेगा l यहा से आगे तकनिकि और विग्यान का युग आरम्भ हो रहा है इसलिए यदी हमने अब संस्कार कि निव नही रखी तो हम बहुत शिघ्र इतिहास हो जायेगे l अत : आपसे निवेदन है कि समाज को सन्तुलित करना है तो संस्कार कि योजना पर चिन्तन करे और संयुक्त निर्णय लेकर समाज मे समाज संस्कार का कार्य आरम्भ करे l आपके सहयोग कि अभिलाषी रजनी पुत्री यशवंत प्रजापति *राजकोट गुजरात मो न 9869398519=8149203099🌹*
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